Wednesday, June 10, 2015

छमा

छमा

--- कुंदन अमिताभ ---

छमा करना कोनॊ अपराध नै छेकै
छमा करना निंदनीय  कृत्य नै छेकै
छमा करना  पथभ्रष्टक नै छेकै
छमा करना कोनॊ  साधारण बात नै छेकै
नै छमा करना हुऎ सकॆ छै.

छमा करला सॆं केकरॊ उद्धार होय छै
छमा करला सॆं कोय  परिष्कृत होय छै
छमा करला सॆं प्रदूषित वातावरण सॆं मुक्ति मिलै छै
छमा करला सॆं  नव जीवन के संचार होय छै
नै छमा करला सॆं  पास रहै छै घृणा.
छमा करना कोनॊ  साधारण बात नै छेकै
नै छमा करना हुऎ सकॆ छै.

Angika Poetry : Chhama
Poetry from Angika Poetry Book Collection : Sarang
Poet : Kundan Amitabh
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