Tuesday, June 9, 2015

बढ़ी चललै बिहार


बढ़ी चललै बिहार 

--- कुंदन अमिताभ ---

बढ़ी चललै बिहार चली चललै बिहार

चलतॆं रही कॆ अबॆ रू आगू बढ़ाना छै.

बढ़ी चललै बिहार एगॊ प्रगतिशील विचार
जेकरॊ माध्यम सॆं होतै  विकासॊ के दृष्टिपत्र तैयार
जे बनतै  लोगॊ कॆ  विकास योजना सॆं जोड़ै के आधार
बढ़ी चललै बिहार चली चललै बिहार
चलतॆं रही कॆ अबॆ आरू आगू बढ़ाना छै.

छेकै समावेशी विकास तरफ लॆ जाय के पहल
समाजॊ के हर तबका के राय होतै शुमार
निश्चित करलॊ जैतै सबके हक अधिकार
बढ़ी चललै बिहार चली चललै बिहार
चलतॆं रही कॆ अबॆ  आरू आगू बढ़ाना छै.

बिहारी उपहास के अवधारणा  भेलै  अबॆ बितलॊ बात
कानून राज  बहाल,आधारभूत संरचना  विकास के मिललै  सौगात
बिहार केरॊ प्रगति प्रारंभ भेलै प्रगति नॆ पकड़लकै रफ्तार
बढ़ी चललै बिहार चली चललै बिहार
चलतॆं रही कॆ अबॆ आरू आगू बढ़ाना छै.

महिला सशक्तीकरण कॆ नयॊ पैखना जे हिन्नॆ  जुड़ी गेलै
साइकिल योजना सॆं सामाजिक सोच  तलक बदली गेलै
अबॆ  अचरज कहाँ बच्ची सब झुंडॊ मॆं  जबॆ साइकिल  पॆ सवार
बढ़ी चललै बिहार चली चललै बिहार
चलतॆं रही कॆ अबॆ  आरू आगू बढ़ाना छै.

बिहार के विकास केरॊ निर्विवाद विजन डाक्यूमेंट  जों बनी जैतै
नया पीढ़ी के भावना कॆ नया विकास केरॊ आईना बनैलॊ जों जैतै
भ्रष्टाचार मिटाय कॆ,कार्यक्रम कॆ ठीक सॆं चलैलॊ जों जैतै तॆ रहतै  नतीजा शानदार
बढ़ी चललै बिहार चली चललै बिहार
चलतॆं रही कॆ अबॆ आरू आगू बढ़ाना छै.

जे कुछ भी होतै सब के सहयोगॊ सॆं  जों होतै
नीति निर्माण मॆं सब लोगॊ सॆं मशविरा जों  करलॊ जैतै
सबसॆं निचला तबका भी जेकरा सॆं हुऎ सकतै भागीदार
बढ़ी चललै बिहार चली चललै बिहार
चलतॆं रही कॆ अबॆ  आरू आगू बढ़ाना छै.

बढ़ी चललै बिहार छेकै बिहार सरकारॊ के ऐन्हॊ अभियान 
विशेषज्ञॊ, बुद्धिजीवियॊ,शिक्षाविदॊ, समाजॊ के सब वर्ग सॆं लॆ कॆज्ञान
चालीस हजार गाँव तलक पहुँची करतै परित्राण लानतै नया बिहान
बढ़ी चललै बिहार चली चललै बिहार
चलतॆं रही कॆ अबॆ आरू आगू बढ़ाना छै.

बढ़ी चललै बिहार चली चललै बिहार
चलतॆं रही कॆ अबॆ  आरू आगू बढ़ाना छै.

Angika Poetry : Badhi Challai Bihar 
Poet : Kundan Amitabh
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